क्या सच में मिली थी जलपरी, अमर होने के लिए जिसे खा गए लोग
क्या जलपरियां सच में होती हैं? इसके बारे में कई दावे किए जाते हैं, लेकिन हकीकत किसी को नहीं पता।
करीब 280-290 साल पहले इंसानों को एक जीव के अवशेष जापानी तट पर मिले। जिसका चेहरा कुछ हद तक इंसानों जैसा था।
उस जीव का निचला हिस्सा मछली की तरह था, जिस वजह से उसे जलपरी माना गया।
इस जीव के अवशेष असाकुची शहर के एक मंदिर में रखे हैं। जिनकी पूजा होती है।
दावा ये भी किया गया कि कुछ लोगों ने अमर होने के लिए उसके मांस को खा लिया।
उसके अवशेषों पर विशेष लेप लगाकर उसे ममी बना दिया गया। एक कहानी महिला से भी जुड़ी है।
दावा है कि एक महिला ने जलपरी के मांस को गलती से खा लिया था, वो 800 साल तक जिंदा रही।
वैसे किसी को नहीं पता कि ये ममी मंदिर में कैसे आई। करीब 40 साल पहले से इसको देखने वाले यहां आ रहे।
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