Shooltankeshwar Temple

जहां भगवान शिव ने अपने त्रिशूल से रोकी थी गंगा की धारा

शूलटंकेश्वर महादेव मंदिर वाराणसी शहर से 15 किमी दूर माधवपुर गांव में स्थित है।

इस मंदिर में माता पार्वती, भगवान गणेश, कार्तिकेय जी की मूर्ति स्थापित है।

माधव ऋषि ने भगवान शिव की पूजा के लिए यहां शिवलिंग की स्थापना की थी।

धरती पर आने के बाद मां गंगा काशी के बीच से होकर गुजरना चाहती थीं।

गंगा नदी के मध्य से गुजरने के कारण काशी नगरी विभाजित हो जाती।

ऐसे में भगवान शिव ने अपना त्रिशूल फेंक कर उन्हें माधवपुर में रोक दिया।

उसके बाद भगवान शिव ने गंगा से वचन लिया कि वह काशी को छूते हुए बहेंगी।

यही कारण है कि यहां से मां गंगा काशी में उत्तरवाहिनी बहती हैं।