अंतरिक्ष में जरूरत से ज्यादा तारे हो रहे पैदा, आकाशगंगा कैसे सहेगी ये बोझ?
पृथ्वी की बढ़ती जनसंख्या को लेकर तो सब चिंतित हैं, लेकिन अब अंतरिक्ष से टेंशन वाली खबर सामने आई है।
एक नई स्टडी में पता चला कि हमारी आकाशगंगा मिल्की वे में तारों की संख्या बढ़ती जा रही।
वुर्जबर्ग यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के मुताबिक नए दरों के पैदा होने की दर अनुमान से अधिक है।
अब तक वैज्ञानिक मान रहे थे कि तारों का निर्माण स्थिर प्रक्रिया है, लेकिन वो गलत निकले।
मिल्की वे हर साल इंटरस्टेलर गैस और धूल के चार से आठ सौर द्रव्यमान को नए सितारों में परिवर्तित करती है।
ये सीमा पारंपरिक अनुमान से दो से चार गुना ज्यादा है।
वैज्ञानिक ने पाया कि ज्यादातर नए तारे हमारे सूर्य से काफी छोटे हैं।
भविष्य में देखने वाली बात ये होगी कि नए तारों के जन्म से आकाशगंगा पर क्या प्रभाव पड़ेगा।