खाटू में भक्‍त क्‍यों लूटते हैं बाबा श्‍याम का 'खजाना'? 

राजस्‍थान में सीकर जिले के खाटू में बाबा श्‍याम का फाल्‍गुन लक्‍खी मेला  भरता है।

इस बार खाटू मेला 22 फरवरी से शुरू हुआ है, जो चार मार्च तक रहेगा। 

यूं तो बाबा श्‍याम अपने भक्‍तों का खजाना भरते हैं। 

साल में एक बार ऐसा मौका भी आता है जब भक्‍त ही बाबा श्‍याम का खजाना लूटते हैं।

दरअसल, खाटू मेले में खजाना लूटने की एक परम्‍परा है। 

खाटू मेले में अनेक श्‍याम भक्‍त धुलंडी के दिन बाबा श्‍याम के संग होली खेलते हैं। 

बाबा श्‍याम संग होली खेलने वालों में प्रवासी भक्‍तों की संख्‍या अधिक होती है। 

धुलंडी की शाम को खाटूश्‍यामजी की फूलडोल आरती होती है।

फूलडोल आरती के समय श्‍याम भक्‍तों का बाबा के चढ़ावे के सिक्‍के प्रसाद के रूप में दिए जाते हैं। 

चढ़ावे के सिक्‍के को बाबा का खजाना कहा जाता है।

खाटू मेले में बाबा श्याम से मिले आशीर्वाद रूपी सिक्को के लिए भक्‍त सालभर इंतजार करते हैं।

ये सिक्‍के श्‍याम भक्‍त व्यापार में वृद्धि के लिए गल्लों व तिजोरियों में रखते हैं।

श्‍याम भक्‍तों का ऐसा  मानना है कि सिक्‍के रखने  से उनके गल्‍ले-तिजोरियां भरी होती हैं।