10वीं पास डॉन  ‘अतीक अहमद’, तांगेवाले के इस बेटे की 10 बड़ी बातें

‘अतीक अहमद’ का फिर शोर है। यूपी के माफिया डॉन को मिट्टी में मिलाने योगी सरकार हुंकार भर चुकी हैं।

एनकाउंटर के डर से घिग्घी बंधना अतीक की पुरानी आदत है। उसके पिता फिरोज अहमद तांगा चलाते थे।

10वीं पास ‘अतीक’ ने 17 साल की उम्र से अपने जुर्म की किताब लिखना शुरू किया था।

यूपी के पुराने इलाहाबाद की गलियों का यह गुंडा खाकी, खादी के बीच से गुजरा और डॉन बन गया।

जुर्म की दुनिया का बादशाह बनने चांद बाबा, राजू पाल, उमेश पाल जैसे जितने बड़े कांटे थे, उन्हें उखाड़ता चला गया।

सगे भाई, बेटे और पत्नी समेत कई लोगों की फ़ौज का यह अकेला मालिक रहा। जेल और घर इसके लिए एक बराबर थे।

5 बार विधानसभा और 1 बार लोकसभा चुनाव जीतकर बाहुबली नेता बनकर उभरा।

समाजवादी पार्टी में रहते , चलने को कालीन मिला तो एक वक्त अखिलेश ने ही ‘अतीक’ के लिए दरवाजे बंद कर दिए।

राजू पाल मर्डर केस के बाद बनी बसपा सरकार ने ‘अतीक’ के गुनाहों का बहीखाता बनाना शुरू कर दिया था।

मायावती के राज में करोड़ों की संपत्ति सीज हुई, कई बिल्डिंग तोड़ी गई। फिर दिल्ली से अरेस्टिंग भी हुई।

आम इंसान ही नहीं अतीक से तंत्र भी खौफ खाता था। जमानत न देने वाले तक सुनवाई से अपना किनारा कर लेते थे।

सपा के दरवाजे बंद होने के बाद जब कानपुर में आतंक मचाया तो इसकी उल्टी गिनती शुरू हो गई।

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