Kalbhairav Mandir

काशी के कोतवाल को कोई भी शुभ कार्य करने से पहले पूजा जाता है

यह मंदिर कोतवाली क्षेत्र में स्थित है, यहां बाबा काल भैरव की पूजा की जाती है।

हर हफ्ते रविवार के दिन यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए पहुंचते हैं।

काशी में बाबा काल भैरव की पूजा किए बिना कोई भी शुभ कार्य शुरू नहीं किया जाता है

माना जाता है कि काशी में भैरव बाबा की इच्छा के बिना कुछ भी नहीं होता है।

ब्रह्मा जी का पांचवां मुख काटने के बाद काल भैरव जी को ब्रम्‍ह हत्‍या का दोष लगा था।

दोष मुक्ति के लिए वे काशी आए थे और इसी स्थान पर उन्हें ब्रह्महत्या से मुक्ति मिली थी।

उसके बाद बाबा इसी स्थान पर विराजमान हुए और आज भी उनकी पूजा की जाती है।

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के बाद बाबा काल भैरव का दर्शन आवश्यक होता है।