Kardameshwar Mahadev

काशी पंचकोसी परिक्रमा के प्रथम पड़ाव पर कर्दमेश्वर महादेव का मंदिर स्थित है।

यही कारण है कि यहां से मां गंगा काशी में उत्तरवाहिनी बहती हैं।

कहा जाता है कि यह मंदिर 3000 साल पुराना है, इस मंदिर पर कभी कोई हमला नहीं हुआ।

कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण गहड़वाल राजाओं ने 12वीं शताब्दी में करवाया था।

मंदिर पूर्वमुखी है और इस मंदिर में शिवलिंग की स्थापना कर्दम ऋषि ने की थी।

मंदिर के सामने स्थित सरोवर का कर्दम ऋषि के आंसुओं से हुआ था निर्माण  ।

इस मंदिर पर कभी हमला नहीं हुआ और शिवलिंग और मंदिर को कोई नुकसान नहीं हुआ।

खास बात यह है कि नंदी महाराज शिवलिंग के सामने नहीं बल्कि बाहर विराजमान हैं।

ऐसा प्रतीत होता है कि नंदी महाराज की प्रतिमा बाद में स्थापित की गई है।