गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉक्टर राज किशोर सिंह ने शुगर के मरीजों को विशेष सलाह दी है।

इसमें रक्त में शर्करा का स्तर उच्च होता है। इस बीमारी में अग्न्याशय पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन बनाना बंद कर देता है।

शुगर के प्रमुख लक्षण अधिक भूख लगना,बार-बार पेशाब होना,चिड़चिड़ापन, थकान व कमजोरी महसूर करना,घाव का जल्दी न सूखना, अचानक वजन का कम होना,धुधला दिखाई देना ।

शुगर की जांच सही तरीके से कराये। जिसका जांच किया जाना है जांच से पूर्व वह व्यक्ति अच्छे से सोया हो, मादक पदार्थ,चाय या काफी का सेवन आठ घंटे पूर्व न किया हो।

शुगर की मात्रा लगातार ज्यादा है तो तुरंत इन्सुलिन लेना शुरु कर दें। इन्सुलिन प्राकृतिक है जो पूरी तरह सुरक्षित है।

शुगर को नियमित खान-पान व संयमित दिनचर्या से कंट्रोल किया जा सकता है।

योगाभ्यास से भी शुगर को नियंत्रित रखा जा सकता है।

जामुन के बीज,मेथी के दाने, लहसुन,एलोवेरा व आंवला का नियमित सेवर शुगर को नियंत्रित करता है।

शुगर के मरीज को बहुत देर तक भूखे नहीं रहना चाहिए. शुगर के मरीज को 2 घंटे में कुछ ना कुछ खा लेना चाहिए।

राजमा, मूंग का सेवन करें।  इससे ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है।